शुभ प्रभात वंदन।
जय रघुनंदन जय घनश्याम।
💐 तुलसी ‘रा ‘ के कहत ही निकलत पाप पहाड़ ।
फिर वापस आवत नहीं देत ‘म’ कार कीवाड़ ।💐
कलिपावनावतार संतशिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने कहा कि ‘राम’ नाम का अनंत फल है किन्तु एक फल सद्यः तुरन्त ही वह प्राप्त हो जाता हैं । क्या है वह ?
कहते हैं ‘तुलसी ‘रा’ के कहत ही ‘ – जैसे ही आप ‘रा’ शब्द का उच्चारण करेंगे पेट की सारी वायु-हवा मुख के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाती हैं और इस वायु के साथ शरीर में जो भी पाप पुञ्ज- दोष पुञ्ज होता है, वह इस वायु के साथ शरीर से बाहर निकलकर वायुमंडल में नष्ट हो जाता हैं
ध्यान देने योग्य बात है कि ‘रा’ के बाद ‘म’ का उच्चारण करते ही मुखरूपी कपाट- खिड़की बन्द हो जाती हैं ।
जो वायु शरीर से बाहर निकल गईं, वो फीर लौटकर शरीर में वापस नहीं आ पाती और कुछ समय के लिए जीव पापो से मुक्त हो जाता हैं । उसका हृदय, मन, बुद्धि और शरीर कुछ समय के लिए शुद्ध- पवित्र हो जाता है ।
💐 प्रेम से बोलिये जय श्री सिताराम 💐
💐 श्री राम जय राम जय जय राम 💐
#आर्यवर्त #तुलशीदास